ब्रेन स्ट्रोक एक खतरनाक स्थिति है जो मस्तिष्क की रक्त आपूर्ति रुकने के कारण होती है। जानें इसके लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के उपाय इस विस्तृत लेख में।
ब्रेन स्ट्रोक क्या होता है?
ब्रेन स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क तक खून का प्रवाह अचानक रुक जाता है या कोई नस फट जाती है। इससे मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं, और समय पर इलाज न मिले तो स्थायी नुकसान हो सकता है।

ब्रेन स्ट्रोक के प्रकार
1. इस्कीमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke)
खून की नस में थक्का जमने से खून का प्रवाह रुक जाता है।
2. हेमरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke)
नस फटने से दिमाग में रक्तस्राव होता है।
3. ट्रांजिएंट इस्कीमिक अटैक (TIA)
मिनी स्ट्रोक, जिसमें रक्त प्रवाह थोड़े समय के लिए रुकता है।
ब्रेन स्ट्रोक के मुख्य कारण
- हाई ब्लड प्रेशर
- डायबिटीज
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- दिल की बीमारियाँ
- धूम्रपान और शराब
- मोटापा और निष्क्रिय जीवनशैली
- बढ़ती उम्र और पारिवारिक इतिहास

स्ट्रोक के लक्षण – FAST नियम से पहचानें
F – Face Drooping: चेहरा टेढ़ा होना
A – Arm Weakness: एक हाथ में कमजोरी
S – Speech Difficulty: बोलने में कठिनाई
T – Time to Act: तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
अन्य लक्षण: चक्कर, धुंधला दिखना, असंतुलन, तेज सिरदर्द
क्या करें जब किसी को स्ट्रोक हो?
- तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं (108)
- मरीज को शांत रखें, समय नोट करें
- कुछ भी खाने/पीने को न दें
- यदि बेहोश हो तो साइड में लिटाएं
ब्रेन स्ट्रोक का इलाज
इस्कीमिक स्ट्रोक:
- tPA दवा (3-4 घंटे के भीतर)
- क्लॉट निकालना (thrombectomy)
- ब्लड थिनर और कंट्रोल दवाएं
हेमरेजिक स्ट्रोक:
- ब्लीडिंग रोकने की दवाएं
- ब्रेन प्रेशर कंट्रोल करना
- सर्जरी की आवश्यकता
पुनर्वास (Rehabilitation):
- फिजियोथेरेपी
- स्पीच थेरेपी
- काउंसलिंग

ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के उपाय
- ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल करें
- धूम्रपान और शराब छोड़ें
- संतुलित आहार लें
- रोज़ाना व्यायाम करें
- तनाव कम करें
- नियमित मेडिकल चेकअप कराएं
निष्कर्ष
ब्रेन स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति है, लेकिन समय पर पहचान और इलाज से जान बचाई जा सकती है। जागरूक बनें, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और FAST नियम हमेशा याद रखें।