कैंसर क्या होता है, यह कैसे और क्यों होता है, इसके प्रमुख लक्षण, रोकथाम के उपाय और इलाज क्या हैं – जानें इस विस्तृत हिंदी लेख में। समय पर पहचान और सावधानी से कैंसर को रोका जा सकता है।

परिचय
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो शरीर की कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने और फैलने से होती है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है और शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। हालांकि, आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने इसके इलाज में काफी प्रगति की है, जिससे अब कैंसर को रोका और नियंत्रित किया जा सकता है।
कैंसर क्या है?
कैंसर एक ऐसी अवस्था है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं। सामान्य रूप से, शरीर की कोशिकाएं एक निश्चित समय तक जीवित रहती हैं और फिर नष्ट हो जाती हैं। लेकिन जब कोई कोशिका अपना नियंत्रण खो देती है और बिना रुके बढ़ने लगती है, तब वह एक गांठ या ट्यूमर बना सकती है। यह ट्यूमर अच्छा (Benign) या बुरा (Malignant) हो सकता है।
- Benign Tumor: यह शरीर में नहीं फैलता और जानलेवा नहीं होता।
- Malignant Tumor: यह आसपास के ऊतकों में फैल सकता है और शरीर के अन्य भागों में भी मेटास्टेसिस (Metastasis) के माध्यम से पहुँच सकता है – यही कैंसर है।

कैंसर क्यों और कैसे होता है?
कैंसर का कोई एक कारण नहीं होता, यह कई कारकों के संयोजन से होता है। कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं:
1. अनुवांशिक कारण (Genetic Causes):
यदि परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो उसकी संभावना बढ़ जाती है। कुछ जीन में गड़बड़ी कैंसर को जन्म दे सकती है।
2. पर्यावरणीय कारण (Environmental Factors):
प्रदूषण, हानिकारक रसायन, रेडिएशन, धुआं आदि के संपर्क में आना कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।
3. जीवनशैली संबंधित कारण (Lifestyle Factors):
- धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन
- अत्यधिक शराब पीना
- अस्वस्थ आहार (जैसे अत्यधिक जंक फूड, रेड मीट)
- व्यायाम की कमी और मोटापा
4. संक्रमण (Infections):
कुछ वायरस जैसे HPV (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस), हेपेटाइटिस B और C, और HIV कुछ प्रकार के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
कैंसर कैसे होता है – प्रक्रिया
- म्यूटेशन (Mutation): कोशिकाओं के DNA में परिवर्तन या म्यूटेशन होता है।
- कोशिका विभाजन: ये म्यूटेटेड कोशिकाएं बिना रोक-टोक विभाजित होती हैं।
- ट्यूमर बनना: कोशिकाओं का गुच्छा बनकर एक ट्यूमर का निर्माण होता है।
- मेटास्टेसिस: यह ट्यूमर अन्य अंगों में भी फैल सकता है, जिससे बीमारी गंभीर हो जाती है।

कैंसर के लक्षण
कैंसर के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- बिना वजह वजन घटना
- थकान और कमजोरी
- लम्बे समय तक खांसी या सांस लेने में तकलीफ
- शरीर में गांठ या सूजन
- त्वचा में परिवर्तन (जैसे तिल का आकार/रंग बदलना)
- घाव जो ठीक न हो
- भूख कम लगना और निगलने में कठिनाई
- बार-बार बुखार या संक्रमण
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यदि कोई लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।
कैंसर की रोकथाम
कैंसर को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ उपाय अपनाकर इसके जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है:
✅ तम्बाकू और शराब से दूर रहें:
धूम्रपान और शराब कई प्रकार के कैंसर के मुख्य कारण हैं।

✅ स्वस्थ आहार लें:
फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और फाइबर युक्त भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
✅ व्यायाम करें और वजन नियंत्रित रखें:
नियमित व्यायाम से शरीर स्वस्थ रहता है ।
✅ संक्रमण से बचाव करें:
HPV और हेपेटाइटिस के टीके लगवाएं।
✅ धूप से सुरक्षा करें:
सूर्य की हानिकारक UV किरणें त्वचा कैंसर का कारण बन सकती हैं। सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
✅ नियमित जांच कराएं:
40 की उम्र के बाद नियमित स्वास्थ्य जांच और कैंसर स्क्रीनिंग जरूरी है।

कैंसर का उपचार
कैंसर के इलाज का चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार का है, उसकी स्टेज क्या है और रोगी की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति क्या है।
1. सर्जरी (Surgery):
ट्यूमर को शरीर से निकालने के लिए ऑपरेशन किया जाता है।
2. कीमोथेरेपी (Chemotherapy):
दवाइयों के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
3. रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy):
एक्स-रे या अन्य प्रकार की किरणों का उपयोग कर कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
4. इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy):
यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कैंसर से लड़ने में मदद करती है।
5. टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy):
यह विशेष कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाकर उनका विकास रोकती है।
6. हार्मोन थेरेपी (Hormone Therapy):
कुछ कैंसर जैसे ब्रेस्ट या प्रोस्टेट कैंसर में हार्मोन का नियंत्रण करके इलाज किया जाता है।
मानसिक समर्थन और परामर्श
कैंसर सिर्फ शारीरिक बीमारी नहीं है, यह मानसिक और भावनात्मक रूप से भी प्रभावित करता है। इसलिए रोगी को मानसिक समर्थन, परामर्श और सकारात्मक सोच की अत्यंत आवश्यकता होती है। परिवार और दोस्तों का साथ बहुत मददगार साबित होता है।
निष्कर्ष
कैंसर एक खतरनाक लेकिन नियंत्रण में लाई जा सकने वाली बीमारी है, बशर्ते इसका पता समय रहते लग जाए और इलाज सही तरीके से किया जाए। जीवनशैली में छोटे-छोटे सुधार, नियमित जांच, और सकारात्मक सोच से कैंसर से बचाव संभव है। जानकारी और जागरूकता ही इसकी सबसे बड़ी कुंजी है।
स्वस्थ रहें, जागरूक रहें – क्योंकि समय पर की गई एक छोटी सी सावधानी, जीवन बचा सकती है।